कांवड़ यात्रा की शुरुआत को लेकर कई पौराणिक मान्यताएं प्रचलित हैं — कुछ लोग इसे परशुराम से जोड़ते हैं, कुछ रावण और श्रवण कुमार से. जानें इसकी धार्मिक मान्यता और कांवड़ को कंधे पर रखने का कारण.